Book Title: Vaidhyak Rasraj Mahodadhi Bhasha Part 01
Author(s): Bhagwandas Bhagat
Publisher: Khemraj Shrikrushnadas Shreshthi Mumbai
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रसराज महोदधि ।
( ४९ )
२ अथ धतूरके बिषकी शांतिबैंगन के बीजोंका रस पीनेसे धतूरका बिष शांति होय तथा मिश्री दूध पीने से शांतिहोय. ३ अथ भिलावेके बिषकी शांतिचौलाईका रस मक्खनमें मिलाकर जहां भिलावेकी सूजन होवे उस जगह लगानेसे भिलावेका बिष शांति होय.
४ अथ भांगकेबिषकी शांतिसोंठ चूर्णको गाय के दही के साथ सेवन करने से भांगका विष शांति होय.
५ अथ गुंजाके विषकी शांति.
चौलाईके रसमें मिश्री मिलाय पीनेसे और ऊपर दूध पीने से गुंजाका विष शांति होय. ६ अथ कनेरके विषकी शांतिमिश्री में भैंस का दही मिलायके पीने से कनेरका विष शांति होय.
७ अथ थूहरके विषकी शांतिशीतल जलमें मिश्री मिलाय पीनेसे थूहरका विष शांति होय.
८ अथ जयपाल के विषकी शांति
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