Book Title: Vaidhyak Rasraj Mahodadhi Bhasha Part 01
Author(s): Bhagwandas Bhagat
Publisher: Khemraj Shrikrushnadas Shreshthi Mumbai
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रसराज महोदधि । (999)
सब बराबर लेकर कूट कपड़छान करके नींबू के रस में गोली बांध एक गोली शाम और एक सवेरे खाय तो पेटकी पीडा, वात, पित्त, कफ, संग्रहणी, आँवका परना, इत्यादि रोगोंको दूर करे. और आठ दिन सेवन करनेसे मनुष्य निरोग होजाता है भूख बहुत लगती है और मन प्रसन्न होजाता है. तथा.
सोंटिकीकतरी उदर व कलेजेकी पीडा तथाशर्दीको दूर करती है अन्नको पचाती है यदि अदरखके रसमें खिलावै तौ दस्त बन्द होय कब्जियत दूर होय.. दस्त बन्दकरने की दवा.
हींग, जहरमोहरा खताई, मिरची, अफीम ये सब दवा बराबर ले खलमें खल करे फिर चना बराबर गोली बाँधे एक गोली नींबू के रसके साथ खाय तो संग्रहनी वातको शांति करे सब प्रकारके उदररोग दूर होयँ. तथा
अफीम साढ़े तीन मासा, अकरकरा सात मासा झाऊके फूल चौदह मासा सामक चौदह मासा, हुलास चौदह मासा, लेंके बबूरके गोंदके रसमें दो मासाके बराबर गोली बांधै एक गोली खाय तो दस्त एक घंटामें बन्द होय.
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