Book Title: Vaidhyak Rasraj Mahodadhi Bhasha Part 01
Author(s): Bhagwandas Bhagat
Publisher: Khemraj Shrikrushnadas Shreshthi Mumbai
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रसराज महोदधि ।
( १२७ )
बंगरस एक रत्ती ये सब दवा डालके एक महीना खाय तौ बीसपरमा और सब रोग हरै.
२ तथा
आंबाहरदी ४ तोले आंवरा ४ तोले मिश्री 8 तोले ये सब दवाकूट कपडछान करके छः मासे खाय तो सब परमारोग दूर होय. ३ अथसफेदपरमाकी दवाई फिटकरी रस ६ मासे एक पका केलामें खाय बीस दिन तो असाध्यपरमा दूरहोय. ४ अथलालपरमाकी दवाईजसवंती और ककही दोनोंकी पाती आधासेर पानीमें मलिके तीनतोले मिश्री डालके पीवै तो लाल परमारोग दूर होय.
५ अथपीलापरमाकी दवाई
इसबगोल पाव भर सामको भिगाकर सबेरे एक निंबू निचोंवै एक तोले छः मासे मिश्री डालके पीवै तो ग्यारह दिनमें परमा दूरहोय
६ अथ मूत्रियापरमाकी दवाई - सांठीकी जड सतावरी गोखरू खरेटी तामखाना असगंध सब दस दस टंकले मिश्री और सांठीके
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