Book Title: Vaidhyak Rasraj Mahodadhi Bhasha Part 01
Author(s): Bhagwandas Bhagat
Publisher: Khemraj Shrikrushnadas Shreshthi Mumbai
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(१२८) रसराज महोदधि। चावलका चूर्ण दस दस टंक और गायके घीक साथ ६ मासे दवाई खाय तो मूत्रपरमा दूर होय...
७परमाकी दवाई नोनिया क्षारकी. हरै १० टंक बहेडा १० टंक आंवरा १० टंक आँबा हरदी १४ टंक माजूफल १० टंक मंजिष्ठ १० टंक ये सब दवा पीस छानकर४ टंक शहदमें रोज खाय तो नोनियां क्षार परमा दूर होय.
८घृत परमाकी दवाई. ग्वार पीस छानकर सात पुटगोभीके रसका देकर चूर्ण करै जितना ग्वारका चूर्ण होय तितनीमिश्री डालके ५ टंक रोज खाय पानी के साथ २१ दिन खाय तो घृतपरमा दूर होय.
९ बीस परमाकी दवाई. लौंग चित्रकूट सफेद चन्दन नागरमोथा खस छोटी इलायची अगर काला वंशलोचन असगंध सतावरि गोखरू जायफल गिलोय निसोत तगर नागकेसरि कमलगट्टा यह सब दवाके बराबर मिश्री मिलाकर तीन टंक सबेरे खाय तो बीसपरमा दूर होय. १० बीस परमाकी चंद्रप्रभाकी गोली.
लोहासार तीन टंक जायफल लौंग जावित्री छोटी इलायची अकरकरा दालचीनी त्रिकूट केसार चित्ता
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