Book Title: Vaidhyak Rasraj Mahodadhi Bhasha Part 01
Author(s): Bhagwandas Bhagat
Publisher: Khemraj Shrikrushnadas Shreshthi Mumbai
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रसराज महोदधि। (१२१) से मलै फिर तेलसे मलै तब गरम गरम पानका पत्ता बांधै तो पन्द्रह दिनमें नामर्द मई होय.
२ लेप. समुद्रफेन देवदारु हरदी मुलहठी शहद सब बराबरले गदहाके पेशाबमें घिसि लेप करे तो इन्द्रिय बड़ी होय सही.
इन्द्रियका सेक. नगौरीअसगंध केचुवा बीरबहूटी आंबाहरदी भूजाचना सब बराबर लेकर गुलाबका तेल मिलायके पोटरी बनाकर सेकै तो सब दुःख दूर होय.
१ दवा नामर्दकी. गोखरू तीन टंक स्याहतिल तीन टंक दूनोको कूट कपडछान करके एकसेर दूधमें मिलाकर चुरावै जब खोवा होजावै तब खाय इसी विधिसे इक्कीस तथा बयालीस दिन खाय तो नामर्द मर्द होय.
२ दवा दूसरी. __ अकरकरा एक टंक केसरि दो टंक जायफल ३ टंक लौंग तीन टंक सिंगरिफ छः टंक अफीम दो टंक ये सब चीजें एकमें मिलाय बराबर खल करके मधुमें गोली बांधै चना बराबर शामको एक गोली खाय और ऊपरसे एकसेर औटाया दूध पीवै तौ बंधेज होय.
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