Book Title: Vaidhyak Rasraj Mahodadhi Bhasha Part 01
Author(s): Bhagwandas Bhagat
Publisher: Khemraj Shrikrushnadas Shreshthi Mumbai
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रसराज महोदधि। (१७) अग्निको बढाता और नसा करताहै वमनकारीहै ज्वर आदि सब रोगों को दूर करताहै.
५ जमालगोटा शोधन. जमालगोटेको भैंसाके गोबरमें डारिके छःघंटे चुरावै तब फिर उसकी छालको निकाल कर जीभी निकालके नीबूके रसमें दो दिन खल करै तब सब काममें वैपरै (गुण) पित्त कफकोहरताहै और दस्त लाताहै उदर रोगको पील्हा बीछूको सर्वविषको व सब रोगको दूर करताहै.
६ भेलावाँ शोधन. भलावाँको पानी में डालकर एक दिन चुरावै फिर उसका टुकड़ा २ करके दूधमें चुरावै फिर उसको निकालके एक तोला सोंठि और अजवाइन चार तोला डाल खूब खल करै तो सब काम में वैपरै (गुण) फोडा खाज खाँसी दमा इत्यादिक सब असाध्यरोग कोढ़ रोगको हरै.
__७ गुंजा शोधन. गुंजाको कांजीमें चुरावै तीन घंटे (गुण ) हल्कीहै शीतलहै खांसी श्वास कोढ खुजली कफ पित्त सब विकारको दूर करती है.
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