Book Title: Rushibhashit Sutra
Author(s): Vinaysagar, Sagarmal Jain, Kalanath Shastri, Dineshchandra Sharma
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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5. How does one accomplish it ?
1. Nip the root and the tree is no more. Pluck the flower and the fruit is gone. Once the apical meristem of the palm tree is punctured how can the stem grow?
(6.) से कधमेतं ? हत्थिमहारुक्खणिदरिसणं तेल्लापाउधम्मं किंपागफलणिदरिसणं। से जधा णामते साकडिए अक्खमक्खेज्जा 'एस मे णो भजिस्सति भारं च मे वहिस्सति', एवामेवोवमाए समणे णिग्गन्थे छहिं ठाणेहिं आहारं आहारेमाणे णो अतिक्कमेति : वेदणा वेयावच्चे तं चेव । से जधा णामते जतुकारए इंगालेसु अगणिकायं णिसिरेज्जा 'एस मे अगणिकाए णो विज्झाहिति जतुं च तावेस्सामि', एवामेवोवमाए समणे णिग्गन्थे छहिं ठाणेहिं आहारं आहारेमाणे णो अतिक्कमेति : वेदणा वेयावच्चे तं चेव । से जधा णामते उसुकारए तुसेहिं अगणिकायं णिसिरेज्जा 'एस मे अगणिकाए णो विज्झाहिति उसुं च तावेस्सामि', एवामेवोवमाए समणे णिग्गन्थे सेसं तं चेव ।।
6. यह शुद्ध पिण्ड —आहार किस प्रकार सम्भव है? जिस प्रकार हाथी बड़ेबड़े वृक्षों को गिरा देता है उसी प्रकार वासना योग-साधना को उखाड़ फेंकती है। अतः मुमुक्षु तैलपात्रधारक की भाँति अप्रमत्त रहे और भौतिक सुखों को किम्पाकफल के समान विषमय समझे ।
जिस प्रकार सारथि रथ की धुरा के लिए कहता है कि 'यदि यह धुरा नहीं टूटेगी तो यह रथ मेरा भार भी वहन कर सकेगा।' इसी रूपक से श्रमण का आहार उपमित है। श्रमण / निर्ग्रन्थ छह स्थानों— कारणों से आहार करते हैं तो वे मुनिधर्म का अतिक्रमण नहीं करते हैं। छः कारण निम्न हैं- वेदना, वैयावृत्य, ईर्यासमिति, संयम, प्राणनिर्वाह और धर्मचिन्तन ।
जैसे एक लाक्षाकार कोयलों में आग जलाता है और सोचता है कि 'इस आग के बुझने के पहले ही में लाक्षा (लाख) को तपा लूँगा।' इसी उपमा / रूपक के समान ही श्रमण निर्ग्रन्थ छह कारणों से आहार को ग्रहण करते हैं तो वे मुनिधर्म का अतिक्रमण नहीं करते हैं। छह कारण वेदना, वैयावृत्य आदि हैं।
जैसे इक्षुकार तुष में आग जलाकर विचार करता है कि 'इस आग के बुझने के पहले ही इक्षुरस को गर्म कर लूँगा।' इस उपमा के समान श्रमण निर्ग्रन्थ छह कारणों से आहार को ग्रहण करते हुए श्रमणधर्म का उल्लंघन नहीं करते हैं। शेष पूर्ववत् है । अर्थात् छह कारण वेदना, वैयावृत्य आदि हैं।
6. How can one sustain the body with the barest food? As a mammoth elephant can pull down gigantic trees, so does libido 344 इसिभासियाइं सुत्ताइं