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तप
आचारदिनकर (खण्ड-४)
282 प्रायश्चित्त, आवश्यक एवं तपविधि तप के प्रभाव से तीर्थंकर नामकर्म का बंध होता है। यह तप साधु एवं श्रावक - दोनों के करने योग्य आगाढ़-तप है।
कल्याणक-तप के यंत्र का न्यास इस प्रकार है - तिथि कल्याणक-तप
प्रकारान्तर से तप मास १.
कार्तिक वदि (कृष्ण पक्ष) ए. | ५ | संभवनाथ भगवान का ज्ञान-कल्याणक
उप. २ नी. | १२ | नेमिनाथ भगवान का च्यवन-कल्याणक
उप. १ | १२ | पद्मप्रभु भगवान का जन्म-कल्याणक
उप. १ १३ | पद्मप्रभु भगवान का दीक्षा-कल्याणक
उप. २ ए. | १५ | वीर परमात्मा का मोक्ष-कल्याणक
उप. २ ___कार्तिक सुदी (शुक्ल पक्ष ए. | ३ | सुविधिनाथ भगवान का ज्ञान-कल्याणक
उप. २ | ए. | १२ | अरनाथ भगवान का ज्ञान-कल्याणक
उप. २ मास २.
मार्गशीर्ष वदि (कृष्ण पक्ष) थ भगवान का जन्म-कल्याणक
उप.१ ए. | ६ | सुविधिनाथ भगवान का दीक्षा-कल्याणक
उप. २ ए. | १० | वीर परमात्मा का दीक्षा-कल्याणक।
उप. २ ११ | पद्मप्रभु भगवान का मोक्ष-कल्याणक
उप.३० मार्गशीर्ष सुदी (शुक्ल पक्ष) । १० | अरनाथ भगवान का जन्म-कल्याणक
उप.१ १० अरनाथ भगवान का मोक्ष-कल्याणक
उप. ३० ११ अरनाथ भगवान का दीक्षा-कल्याणक
उप. २ ११ नमिनाथ भगवान का ज्ञान-कल्याणक
उप. २ ११ | मल्लिनाथ भगवान का जन्म-कल्याणक
उप.१ ११ मल्लिनाथ भगवान का दीक्षा-कल्याणक
उप.३ ११ | मल्लिनाथ भगवान का ज्ञान-कल्याणक
उप.३ १४ | संभवनाथ भगवान का जन्म-कल्याणक
उप.१ १५ | संभवनाथ भगवान का दीक्षा-कल्याणक
उप.२ मास ३.
पौष वदि (कृष्ण पक्ष) ए. | १० | पारसनाथ भगवान का जन्म-कल्याणक
उप.१ ए. | ११ | पारसनाथ भगवान का दीक्षा-कल्याणक
उप.३ ए. | १२ | चंद्रप्रभु भगवान का जन्म-कल्याणक
उप.१ | १३ |चंद्रप्रभु भगवान का दीक्षा-कल्याणक
उप.२ | शीतलनाथ भगवान का ज्ञान-कल्याणक
उप.२ पौष सुदी (शुक्ल पक्ष विमलनाथ भगवान का ज्ञान-कल्याणक
उप.२ | ए. | ६ | शांतिनाथ भगवान का ज्ञान-कल्याणक
उप.२
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