Book Title: Pravachan Saroddhar Uttararddh
Author(s): Nemichandrasuri
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund
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प्रवचन०
॥ ४४९ ॥
Jain Education
द्वाराङ्कः
विषयः
१०४ अप्रतिबद्ध विहार:
१०८, स्त्रियः
१०९, नपुंसकाः
विषयानुक्रमणिका.
१०५ जाताजातकल्पः
१०६ परिष्ठापनोच्चारदिक्
१०७ दीक्षायामयोग्या नराः ७९१ २३१ ११७ कालातीतम्
११० विकलाङ्गः १११ यतिवस्त्रमूल्यम् ११२ शय्यातरपिण्डः
११३ सम्यक्त्वश्रुतम्
गाथाङ्कः पत्राङ्कः द्वाराङ्कः
विषयः
७७९ २२७ ११४ चतुर्गातिका निर्मन्थाः ७८२ २२७ ११५ क्षेत्रातीतम् ७८९ २२९ ११६ मार्गातीतम्
गाथाङ्कः पत्राङ्कः | द्वाराङ्कः
विषयः
८१० २३६ १२४ नयसप्तकम् ८१५ २३७ १२५ वस्त्रग्रहणविधिः १२६ व्यवहारपञ्चकम्
गाथाङ्कः पत्राङ्कः
८४८ २४७ ८५३ २४८
८५९ २५०
१२७ यथाजातपञ्चकम्
८६० २५० १२८ निशि जागरणविधिः ८६१ २५०
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८१७ २३७ १२९ आलोचनादायकान्वेषणा८६२ २५१ १३० आचार्यादिप्रतिजागरणं ८६३ २५१
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७९२ २३२ ११८ प्रमाणातिक्रान्तम् ७९४ २३२ ११९ दुःशय्याचतुष्कम् ७९६ २३३ | १२० सुखशय्याचतुष्कम् ७९९ २३३ १२१ क्रियास्थानानि ८३५ २४० १३१ उपधिक्षालनकाल: ८०८ २३५ १२२ सामायिक स्याकर्षाः ८३८ २४० | १३२ भोजनभागाः ८०९ २३६ १२३ (१८) शीलाङ्गसहस्राणि ८४६ २४३ १३३ वसतिदोषशुद्धिः
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द्वाराण्यनुक्रमणिका
८६५ २५२
८७० २५३ ४ ॥ ४४९ ॥
८७४ २५४
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