Book Title: Pravachan Saroddhar Uttararddh
Author(s): Nemichandrasuri
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 510
________________ प्रवचन शास्त्रनामानि ॥४६१॥ शास्त्रनाम | शासनाम शास्त्रनाम शास्त्रनाम व्यवहारचूर्णिः ४४१ सङ्ग्रहणी ४०६ सम्मतिसूत्रम् २२२-४३५ ११५ व्यवहारभाष्यम् २५१-४४२ सङ्ग्रहणीटीका ४०-३३४ सामाचारी ४४३ सूत्रकृताङ्गम् २०८-३४८ व्याख्याप्रज्ञप्तिः २१२-३८७- समवायाङ्गम् ८१-१०७- सिद्धप्राभृतम् ११२-११३ सूर्यप्रज्ञप्तिः १८०॥ ३९० १०९-१७९-४४५ ११५ स्थानाङ्गटीका ९६-१०८-२७३ | व्याख्याप्रज्ञप्तिटीका ३८७ समवायाङ्गटीका १०७-१०८- सिद्धप्रामृतटीका० ११३-११५ स्थानाङ्गम् २०८-२७३-२९० शत्रपरिज्ञा १०८-१०९-४४३ सिद्धप्राभृतटीका ११२-११३- श्रेयांसचरित्रम् १८० ४४८ ॥४६१॥ Jain Education International For Private & Personel Use Only www.jainelibrary.org

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