Book Title: Pravachan Saroddhar Uttararddh
Author(s): Nemichandrasuri
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 624
________________ प्रवचन सूत्रे ॥५१८॥ गा. AXARRARRRRR है वईऽवि सिआ॥५९॥ बीयाइयासु इक्वगवुड्डी जा पुन्निमाएँ पन्नरस । जवमज्झवज्जमज्झाओं दोवि पडिमाओं भणियाओ है। २७२ ॥ ६०॥ दिवसे दिवसे एगा दत्ती पढमंमि सत्तगे गिज्झा। वड्डइ दत्ती सह सत्तगेण जा सत्त सत्तमए ॥ ६१॥ इगुव- पातालनवासरेहिं होइ इमा सत्तसत्तमी पडिमा । अट्ठमिया नवनवमिया य दसदसमिया चेव ॥ १२॥ नवरं वडइ दत्ती सह कलशाः अठगनवगदसगवुड्डीहिं । चउसट्ठी एक्कासी सयं च दिवसाणिमासु कमा ॥ ६३ ॥एगाइयाणि आयंबिलाणि एकेकवुद्धिमंताणि । पजंतअभत्तठाणि जाव पुन्नं सयं तेसिं ॥ ६४ ॥ एयं आयंबिलवद्धमाणनामं महातवचरणं । वरिसाणि एत्थ चउदस मासतिगं वीस दिवसाणि ॥६५॥ गुणरयणवच्छरंमी सोलस मासा हवंति तवचरणे । एगंतरोववासा पढमे मासंमि कायबा ॥ ६६ ॥ ठायब उकुडुआसणेण दिवसे निसाएँ पुण निच्चं । वीरासणिएण तहा होयवमवाउडेणं च ॥१७॥ बीयाइसु मासेसुं कुन्जा एगुत्तराए वुडीए । जा सोलसमे सोलस उववासा हुंति मासंमि ॥ ६८॥ ज पढमगंमि मासे तमगुट्ठाणं समग्गमासेसु । पंच सयाई दिणाणं वीसूणाई इममि तवे ॥ ६९ ॥ तह अंगोवंगाणं चिइवंदणपंचमंगलाईणं । उवहाणाइ जहाविहि हवंति नेयाई तह समया ॥ ७० ॥ २७१ द्वारम् ॥ पणनउइ सहस्साई ओगाहित्ता चउद्दिसिं लवणं । चउरोऽलिंजरसंठाणसंठिया होति पायाला ॥१॥ वलयामुह केयूरे ६ जुयगे तह ईसरे य बोद्धवे । सबवइरामयाणं कुड्डा एएसि दससइया ॥ ७२ ॥ जोयणसहस्सदसगं मूले उवरिं च होति विच्छिन्ना । मज्झे य सयसहस्सं तत्तियमित्तं च ओगाढा ॥ ७३ ॥ पलिओवमट्टिईया एएसिं अहिवई सुरा इणमो । काले ॥५१८॥ जय महाकाले वेलंब पभंजणे चेव ॥ ७४ ॥ अन्नेवि य पायाला खुड्डालिंजरगसंठिया लवणे । अट्ठ सया चुलसीया सत्त Jain Education International For Private Personal Use Only www.jainelibrary.org

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