Book Title: Pravachan Saroddhar Uttararddh
Author(s): Nemichandrasuri
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 534
________________ प्रवचन सूत्रे १३-१९ उत्कृष्टजिनसंख्यादीनि ॥४७३॥ सट्ठी १८ पणपन्ना १९ । पन्ने २० गचत्त २१ चत्ता २२ अडतिस २३ छत्तीस सहसा य २४ ॥ ३३८॥ चोयालीसं हालक्खा छायालसहस्स चउसयसमग्गा । अज्जाछक्कं एसो अजाणं संगहो सबो ॥ ३३९ ॥ १६ द्वारम् ॥ __ वेउबियलद्धीणं वीससहस्सा सयच्छगन्भहिया १ । वीससहस्सा चउसय २ इगुणीससहस्स अट्ठसया ३॥ ३४०॥ द्र अगुणीससहस्स ४ अट्ठार चउसया ५ सोलसहस्स अट्ठसयं ६ । सतिसय पनरस ७ चउदस ८ तेरस ९ वारस सहस |दसमे १०॥ ३४१॥ एकारस ११ दस १२ नव १३ अट्ठ १४ सत्त १५ छसहस्स १६ एगवन्नसया १७ । सत्तसहस्स सतिसया १८ दोन्नि सहस्सा नव सयाई १९॥ ३४२॥ दुन्नि सहस्सा २० पंचसय सहस्स २१ पन्नरससयाई नेमिंमि |२२ । एक्कारस सय पासे २३ सयाई सत्तेव वीरजिणे २४ ॥ ३४३ ॥ १७ द्वारम् ॥ सडछसया दुवालस सहस्स १ बारस य चउसयब्भहिया २। बारे ३ कारस सहसा ४ दससहसा छसयपन्नासा ५ ॥ ३४४ ॥ छन्नई ६ चुलसीई ७ छहत्तरी ८ सट्ठि ९ अट्ठवन्ना य १० । पन्नासाइ सयाणं ११ सयसीयालाऽहव बयाला |१२॥ ३४५॥ छत्तीसा १३ बत्तीसा १४ अट्ठावीसा.१५ सयाण चउबीसा १६ । विसहस्स १७ सोलससया १८ चउदस १९ बारस २० दससयाई २१॥३४६॥ अट्ठसया २२ छच्च सया २३ चत्तारि सयाई २४ हुंति वीरम्मि । वाइमुणीण |पमाणं चउवीसाए जिणवराणं ॥ ३४७॥१८ द्वारम् ॥ ओहीनाणिमुणीणं नउई १ चउनवइ २ छण्णवइसयाणि ३ । अट्ठानवइसयाई ४ एक्कारस ५ दस ६ नवसहस्सा ७ ॥३४८ ॥ असीई ८ चुलसी ९ बहत्तरी १० सट्ठी ११ चउप्पण १२ अट्ठचत्ताला १३ । तेयाला १४ छत्तीसा १५ तीसा SHARES ASSASSINS ॥४७३॥ Jan Education Intemann For Private Personal Use Only

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