Book Title: Prakrit Verses in Sanskrit Works on Poetics Part 01
Author(s): V M Kulkarni
Publisher: B L Institute of Indology
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44
Cf. SK p. 669 GS VII. 99
GS I.8
Cf. GS (W) 822
GS I. 81 GS VII. 75
GS III, 2.
अण्णे विहु होंति छणा
1519.318 अण्णोण्णच्छलपेसिअ ? (= अण्णोण्ण- 1617.333 कडक्खंतरपेसिअ) अ०त०स (?अंतस्स) पडि
904.213 अत्ता तह रमणिज्ज
842.201 अत्ता धर णेवच्छं
903.212 अत्थक्कागअदिट्टे
1359.291 अदिहाविजंतोचिअ (?अविहाविज्जतो । 885.210 च्चिअ) अईसणेण पेम्मं अवेइ
812.196 अ००ख० (?अत्थक्क) रूसणं खण 1185.260 अ०ध०स (?अत्थक्क) रूसणं खण 980.255 अ० पप०च० दपहावि... (? अप्पच्छंद- 1191.251 पहाविर) अपर०असु (? अवरज्झसु) एत्ताहे 1032.234 अप (?व) रज्झसु एत्ताहे
1195.261 अपराहसहसाई (?अवराह-सहस्साई) 1200.262 अपरिक्खिअदोसगुणं
1094.244
1248.271 अप्पाइ (? हि) आइ तुह देण 955.221 अप्पाहिआइ तुह तेण
1538.321 अप्पेइ अ जुवइजणो
1548 322 अ. बुचण पुव्वंवण...?
848.202 अंबो (अव्वो) दुक्करआरअ
1254.273 अभिसारणं ण गेण्हइ
943.219 अमिलिअसाअरसलिला
1410.300 अमुणि०खळ०धसुहे (?अणुणअ-खण-लद्ध- 1027.233 सुहे) अम्भरसूणाइ णिरंजणाई
1276.277 अम्मणुअंचे वि जाहि ?
1272.276 अ० ला अणुअणीओ (?)
1104.245 अलिअकुणअ०पि ( ? अलिअकुवि पि ) 1039.235 अलिअपसुत्तअ विणिमीलिअ
1423.303 अल्लिअइ दिदिणिन्मच्छिओ
989.227
Cf. GS (W)903
Cf. GS (W) 857
GS III. 73 Setu X. 65 Setu XI. 89 Setu X. 69
Cf. GS (W) 870 Vide Appendix - I
Cf.GS (W) 935 GS I. 20 Cf. GS (W) 899
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