Book Title: Prakrit Verses in Sanskrit Works on Poetics Part 01
Author(s): V M Kulkarni
Publisher: B L Institute of Indology

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Page 708
________________ Setu XI. 26 GS III. 9 Cf. GS (W) 779 Cf.GS I. 64 KM IV. 16 Cf. GS (W) 772 GS VII. 17 (1st quarter only), . GS VIL. 17 Setu XI. 117/120 (Bombay edn) GS I.9 GS VI. 16 Setu XI. 94 कह विरहपडिक्कुलाओ? 1447.306 कहवि लग्गा लोअण? 964.223 काचि तह पढम समाअम? .. 899.212 कामिणीजणस्स सहसा ? 1562.324 कारणगहिओ वि मए 1190.260 1212.265 कालअति सुओखहे (? उवरि दर-दिट्ठ) 821.198 कावि वारिदकरालहुडुक्का 1501.314 कि एवि महरस० ? . . . 953.221 कि तस्स पावरेणं 1435.304 किं भणह मं सहीओ ? 1234.269 कि भणह सहिओ ( ? सहीओ ) मा मर 935.218 कि रजिअंती सा (? =कि व जीअंतीअ 1415.301 तए) कि रुअसि ओणह (?अ)-मुही .. 831.200 कि रुवसि कि विव सोअसि 1113.247 कि वग्नमाससिए (? =कि ति समास- 1405.299 सिअव्वे) कोरइ गुणो वि दोसो ? 1008.230 1111.247 कोस अइ मे सुबहुसो ? 1573.326 कोस इमेसु बहुसो ? 1089.243 कोस मलिआवअंसं? 1090.243 कोस मलिआवइस्सं? 1572.326 कोस मिलिआपअंसंवअ ? 1150.254 कुड्डम्मि ओहिवासररेहा ? 1620.333 कुलबालिआए पेच्छह 1259.274 1285.278 कुवलअदलउत्तंसिहि ? 1477.311 कुविआ अ सच्चभामा 1013.231 करस्स कारणठे? 922.216 केण मणे भग्गमणोरहेण 1263.275 केत्तिअमत्त होईइ ? 887.210 केलीएविरउसे ? . 1610.332 Cf. GS (W) 871; Cf. Vajja. 467 Vide Appendix - I (HV). Cf. SK p. 647 GS II. 11 Cf. GS V.91

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