Book Title: Prakrit Verses in Sanskrit Works on Poetics Part 01
Author(s): V M Kulkarni
Publisher: B L Institute of Indology

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Page 704
________________ 46 Cf. SK p. 668 (HV) Cf. GS (W) 731 GSI. 32 GS IV. 18 GS IV. 18 GS V. 20 Setu X. 65 Setu XI. 105 अह तुइ सहत्यदिग्णो 1516.317 अह दिट्ठविक्कमम्मि 1261.274 अह भणइ अअलसामी? . 907.213 बर्याहे समअं उपपो०ढ ? 986.226 (3 उवहारिआइ समअं) अह स० भा विम० गो ( ? संभाविअ- 1182.259 मग्गो ) अह सा तहि कहिं चिअ (? तहि तहि 806.195 च्चिअ) अह सा तहि तहिं विअ (?च्चिअ) 896.211 अह साहिअणेण? 802.195 अह सो विलक्खहिअओ 1052.238 अहिअं समागमहि वि 1556.324 अहिसारणं ण गेण्हइ 1549.323 अहिसारणठ्ठपत्थे ? - 1550.323 अळअंधआरिअमुही 1375.293 अ०ळाअणुअणीओ? 1104.245 अ०ळिअइ दि० ठिणिन्भ० चिओ ? 989.227 ( = अल्लिअइ दिट्ठिणिन्भच्छिओ) आअण्णेइ अडअणा 839.201 आअंबंतकओलं 1045.236 आअंबंतकओलं 1591.329 आअंबलोअणाणं 1470.310 आअ०सतिणुकाहं ? (आअस्स किं णु 939.218 काह) आअस्स किं णु काहं 892.211 आ०ज (?अज्ज) सहि सो जुआणो 875.208 आणिअवल (?पुल) उन्भेओ 1630.335 आपुच्छणोवऊहणकंठ ? 1270.276 आपृ (? उ) च्छंतम्मि पिए ? 1269.275 आम ण तुहावराहो 1160.255 आम जरो मे मंदो 1164.256 आम पिअ... ऋतुह (? सा आम सुहअ 1018.232 गुणरूअसोहिरी) Cf. GS (W) 899 GS IV. 65 GS II. 92 GS II. 92 GS V. 73 GS II. 87 GS II. 87 (HV?) Cf. GS (W) 786 GS (W) 942 GS I. 51 GS VI. 11

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