Book Title: Prakrit Verses in Sanskrit Works on Poetics Part 01
Author(s): V M Kulkarni
Publisher: B L Institute of Indology

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Page 703
________________ Cf. SK p. 679 Cf. GS IV. 53 GS IV.76 GS VII. 83 Setu XI. 59 GS I. 87 Seiu X. 79 DHV, P. 351 DHV p. 351 Cf. SK p. 664 GS IL. 58 अल्लिअइ दिदिणिब्भच्छिओ 1236.270 अवऊहिअ पुव्व दिसे 1450.307 अवर... ? 1155.255 अवरज्झसु खीसद्धो (? वीसद्ध) 1178.258 अवरोहागअजामाउअस्स 1360.291 अवराहेण ऊण चिर० (अवहारेऊण चिरं) 1098.244 भणसु? अव (?) रिप्फुडणीसासा 1379.294 अवलंबिअमाणपरं 1114.247 अवलंबिअमाणपरम्मुहीए ? 1598.330 अवलंबिओवआरं ? 1219.266 अवळ० वि० जउ (?अवलंबिज्जउ) धीरं 951.221 अवसर रोत्तुं चिअ णिम्मिआ. 1162.256 अवसर सरोत्तुं (? रोत्तुं) चित्र 1581.327 अवसहअजणो 1522.318 अवसह-पव्वअचरणेण? 1521.318 अवह धि (? त्थि) ऊण सहिजंपिआइ 1107.246 अवहारेउ ण चिरं? 1574.326 अविअण्णपेच्छणिज्जे 800.195 अव्वहाल (? उव्वहइ) दइअगइ (? हि)- 1570 326 आहरो अन्वो कज्जेण विणा 1063.239 अ (?आ) सण्णंकुडुंगे जुण्ण 832.200 असतीइ बंधवघणविअड ? 868.206 असमत्तमंडण च्चिअ 1551,323 असमत्तो वि समप्पड़ 1072.241 अससि ऊससंतेहि (?) 860.204 अस्सिअसोहाइसओ? 1631.335 अस्खु (? क्खु) डइ पिआ हिअए 1322.285 अहअं विओअतणुई. 928.217 अह आगओ ति... ? 1619.333 अह आगणो (?ओ) ति (?त्ति) 1225.267 अह जललिटिम्मि (?णिहिम्मि) अहिशं 1299.281 अह णवर तत्थ दोसो 1213.265 GS I. 93 GV 690 Cf. Vajja. 472 GS I. 21 Cf. SK pp. 675-76 GS I. 44 GS V. 86 (HV) Setu V.1 Lilavai. 62

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