Book Title: Prakrit Verses in Sanskrit Works on Poetics Part 01
Author(s): V M Kulkarni
Publisher: B L Institute of Indology

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Page 701
________________ GS IV. 14 GS III. 8 GS IV. 14 GS III. 49 GSI.29 GS II. 50 अच्चासमुद्धोसिअदइआ० (?अत्ता (हि) 1621.333 समुग्धोसिअ) अच्छीइं ता थइस्सं 1611.332 अज्जंगओत्ति अज्जं 1280.277 अजं (?अज्जं) वहेण कहआह ? 1240.270 अ०ज (? अज्ज) सहि राइसेसे ? 1215 265 अज्ज मए गंतव्वं 879.209 अज्ज मए गंतव्वं 1441.305 अज्ज मए गंतव्वं 969.224 अज्ज मए गंदव्वं 974.225 अज्ज मए तेण विणों 1327.286 अज्ज मह इमं? 1356.290 अज्ज म्हउमं? 1624,334 अज्जे उल्लोअणाइं (?अंजेइ लोअणाई) 1488.312 अज्झाए णवेणख० ख अ (?अज्जाए। 898.212 णवणहक्खअ) अ०ण तिहि तुह...? - 1106.246 अ०ण०पेसिए गेहे...? 1199.262 अ० णासंकाए तमंधआर 840.201 अणुणअव (?प) सरं पाअपडणूसवं 1119.248 अणुणअपसाइआए 1125.249 अणुणअसुहं ण पत्तं ? 1217.265 अणुणमणिरासगरु ? 1099.245 अणुदिअहं वड्ढते ? 1368.292 अणुवत्तणं किलंतो (? कुणंतो) 1172.257 अणुवत्तणं कुणंतो 1171.257 अणुवत्तंतो अम्हारिस ? 1165.256 अणुसोलउण्णइ (?= अणुसोइउं) न 1397.298 इच्छा अण्णं जबमिज्जइ. (?तं मिज्जइ) 874.208 अण्णदइआपसंग 1652.338 अण्णपहिअम्मि एते (? एते) 1351.289 अण्णमणाह० कुविआ (? = अण्णुअ णाहं 1161.256 कुविआ) Cf. GS (W) 894 GS III. 77 GS III. 65 Cf.GS (W) 945 Setu XI, 115 Lilavai. 499 GS I. 48 GS II. 84 Cf. SKp. 641

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