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षष्ठम-प्रकरण
कर्मों का स्रोत : आस्त्रव कर्म प्रवेश : जीव में कैसे? आस्रव की व्याख्याएँ आस्त्रव का लक्षण पुण्यास्रव और पापास्त्रव द्रव्यास्रव और भावास्तव ईर्यापथ और सांपरायिक आस्रव आस्रव के पाँच भेद मिथ्यात्व आत्रव अव्रत आस्त्रव प्रमाद आस्त्रव कषाय आस्त्रव योग आस्रव कर्मों का संवरण : संवर संवर की व्याख्याएँ मोक्षमार्ग के लिए संवर राजमार्ग सम्यक्त्व का लक्षण सम्यक्त्व के पाँच अतिचार सम्यक्त्व के भेद विरति
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अप्रमाद
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अकषाय अयोग आस्रव और संवर में अंतर निरास्त्रवी होने का उपाय निष्कर्ष संवर का महत्त्व
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