Book Title: Jain Darm Me Karmsiddhant Ek Anushilan
Author(s): Bhaktisheelashreeji
Publisher: Sanskrit Prakrit Bhasha Bhasha Vibhag

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Page 408
________________ 390 परमात्मप्रकाश (योगसार) पातंजल-योगदर्शन पार्श्वनाथचरित्रपुरुषार्थसिद्ध्युपाय (सटीक)प्रज्ञापनासूत्र (सटीक) प्रमाण-नीनांसा प्रवचनसार तहसीलदार, सूत्रागम प्रकाशक समिती, जैन स्थानक, रेल्वेरोड, गुडगांव छावणी आचार्य योगीन्दु-देव, संपा. डॉ. ए. एन. उपाध्ये, राजचन्द्र जैन ग्रन्थमाला, परमश्रुत प्रभावक मंडल, बम्बई, १९३७ राजाराम शास्त्री बोडस, ग. चि. देव, सदाशिव पेठ, पुणे १९१५ वादिराज, माणिकचंद्र दिगंबर जैन ग्रंथमाला, मुंबई १९१६ अमृतचन्द्राचार्य, संपा. क्षुल्लक धर्मानन्द, नई दिल्ली, १९८८ अनु. युवाचार्य मधुकरमनि, संपा. पं. शोभाचंद भारिल्ल, आगम प्रकाशन समिति, व्यावर, १९८४ कलिकालसर्वज्ञ हेमचंद्राचार्य, संपा. पं. शोभाचन्द्र भारिल्ल, तिलोकरत्न स्थानक जैन धार्मिक परीक्षा बोर्ड, पाथर्डी- अहमदनगर, १९७० आचार्य कुन्दकुन्द, संपा. डॉ. ए. एन. उपाध्ये, राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला, श्री परमश्रुत प्रभावक मंडल, मुंबई, वी. नि. २४९१ आचार्य जिनसेन, संपा. डॉ. ए. एन. उपाध्ये, राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला, श्री परमश्रुत प्रभावक मंडल, मुंबई, वी. नि. २४९१ आचार्य उमास्वाति वाचक, वीराब्द जैनधर्म प्रसारक सभा, भावनगर, वी. नि. २४३६ देवेन्द्रमुनी म.सा. (प्रस्तावना), श्री तारकगुरू ग्रंथालय, शास्त्री सर्कल, उदयपुर आचार्य अभयदेव सूरि, निर्णयसागर प्रेस, बंबई, १९१९ अनुवादक युवाचार्य मधुकरमुनिजी म.सा., संपादक पं. शोभाचंद्र भारिल्ल, श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, २००० संपा. मुनि चर्तुविजय, पुण्यविजय, आत्मानंद जैन ग्रंथमाला, भावनगर, १९३५ आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्तचक्रवर्ती, राजचन्द्र जैन शास्त्रमाला, श्री परमश्रुत प्रभावक मंडल,आगास, वी. नि. २४९२ प्रवचनसार-टीका प्रशमरति-प्रकरण प्रश्नव्याकरणसूत्र प्रश्नव्याकरणसूत्र प्रश्नव्याकरणसूत्र बृहद्-कल्पसूत्र बृहद्-द्रव्यसंग्रह

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