Book Title: Itihas ki Dharohar evam Karm Prashnottari
Author(s): Pragunashreeji, Priyadharmashreeji
Publisher: Pragunashreeji Priyadharmashreeji
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________________ 9. ज्ञानी की कभी भी निन्दा नहीं करनी चाहिए बल्कि उनके प्रति आदर-बहुमान धारण करना चाहिए / 10. पूर्व पुण्योदय से प्राप्त बुद्धि का सदुपयोग करें | कभी भी कुतर्क न करें / ज्ञान का दुरुपयोग न करें / 11. ज्ञान और ज्ञानी की तथा ज्ञान के साधनों की उपासना-भक्ति करनी चाहिए | उसके लिए ज्ञानपंचमी की आराधना शुरू करनी चाहिए / प्रश्न- 39. ज्ञान पंचमी की आराधना कैसे करनी चाहिए ? उत्तर- (1) ज्ञान पंचमी की आराधना कार्तिक सुदि पंचमी से प्रारम्भ करनी चाहिए / (2) 5 वर्ष 5 मास तक प्रत्येक सुदि पंचमी को उपवास करना होगा / (3) ऊँचे आसन पर ज्ञान की पुस्तकों को तथा परमात्मा को स्थापन कर उसके सामने सुगन्धीदार धूप करना / 5 दीपक प्रगटाना 5 वर्ण के धान्य रखना, पाँच प्रकार के फल एवं मिठाई रखना / 51 साथिया करना / वासक्षेप से ज्ञान की पूजा करना / 51 खमासमणा देना | 51 लोगस्स का काउस्सग्ग करना / ज्ञान की चैत्यवन्दन करना / गुरुवन्दन कर गुरु के पास व्याख्यान सुनना, दो समय प्रतिक्रमण करना / तीन बार देववन्दन करना / 'ॐ ह्रो नमो नाणस्स' की 20 माला गिनना / 5 वर्ष 5 मास में यह तप पूर्ण होता है / तप के पश्चात् यथाशक्ति पाँच ज्ञान का उद्यापन भी करना / प्रश्न- 40. क्या प्रतिमास यह विधि करनी चाहिए ? 160