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अध्याय बारहवां ।
ता. १ मार्च १२ से ६ मार्च तक बेलगांवमें पंचकल्याण
कोत्सवके समय दक्षिण महाराष्ट्र दि० जैन दक्षिण म० जैन सभाका चौदहवां वार्षिकोत्सव श्रीमान् स्याद्वादसभाका १४ वां वारिधि पं. गोपालदास न्यायवाचवार्षिकोत्सव और सातिके सभापतित्वमें बड़े समारोहके साथ सेठजी। हुआ । उत्तर हिंदुस्तानके केवल दिग्वि
जयसिंह आदि अनेक महाशय पधारे थे । श्रीमान् सेठजी साहब भी ता० २ री माचको पहुंच गए थे जिनका यथायोग्य सत्कार किया गया था । कुल प्रस्ताव २१ पास हुए थे जिनमें उल्लेख योग्य ये थे:(१) श्रीमान् सेठ माणिकचंद पानाचन्दजीको २५०००)
नकद व १५०) मासिक रतलाम बोर्डिंगके लिये
देने पर धन्यवाद। (२) बाललग्न निषेधके प्रस्तावको मराठी, हिन्दी, कनड़ी,
गुजराती, संस्कृत व बंगाली ऐसी छः भाषाओंमें विवेचन किया गया। इस समय सभाका फोटो
लिया गया था। (३) डेपुटेशन शिक्षण फंड वसूल करनेको बाहर निकले
इसको सेठ माणिकचंदजीने स्वयं पेश किया था। (४) बेलगाममें बोर्डिंग खोलनेके सम्बन्धमें सेठ धर्मराव
सूबेदारका आमार मानना। (५) धर्मादे द्रव्यका सदुपयोग।
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