Book Title: Avashyakaniryuktidipika Part_3
Author(s): Manekyashekharsuri
Publisher: Vijaydansuri Jain Granthmala Surat

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Page 13
________________ 10--%ी -k% 2-4 4- - - - श्रीविजयदानसूरीश्वरजी जैन ग्रन्थमाला-सुरत. । प्रन्यांक ग्रन्थर्नु नाम किंमत | ग्रन्यांक ग्रन्थन नाम किंमत १ मौन एकादशी सं. पद्य ०-१-०-१२ जिनगुणगान अमीधारा गुजराती x २ श्रीयवराजर्षि कथा सं. पद्य ०-१- ३ १३ विविध प्रश्नोत्तर भा. २. १-०-० x ३ उपधान विधि गुजराती मेट ४१४ श्रीसुव्रतऋषि कथा प्राकृत ५ ४ श्रीश्रीपालचरित्र सं. पद्य , १५ श्रीलघुप्रवचनसारोद्धार मूल भेट ४ ५ श्रीसामायिकसूत्र विधिसहित प्राकृत १६ श्री आवश्यकनियुक्ति दीपिका भा. १ ३-८-० ४ ६ श्रीनिशीथ चूर्णी भा. १ ४१७ प्राचीन सज्झायकर्णिका गुजराती ०-२-० |-१८ स्वाध्यायदोहन संस्कृत १-८-० ४८ , भा. ३ x१९ प्राचीन सज्झाय पद संग्रह भा. १ गुजराती __०-१२० ९ प्रतिक्रमणसूत्र पदवृत्ति संस्कृत -६- ०४२० जिनेन्द्रस्तवकर्णिका , ४१० श्रीयोगशास्त्र- मूळ मेट | २१ सिद्धाचल महातीर्थ स्तवनावली गुजराती ११ श्रीपिण्डविशुद्धि-मूळ सहित सं. टीका १-१२० | ४२२ सुरसुन्दरी रास 10 4 -%AM 1- 4 T- 0 Jain Education Intel For Private & Personal use only Howw.jainelibrary.org H 4

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