Book Title: Apbhramsa Pandulipi Chayanika Author(s): Kamalchand Sogani Publisher: Apbhramsa Sahitya AcademyPage 21
________________ .. .RG राणिमिरजेविमहारेशाताकताइकिउयावसावाखामसमजणावरुवातदोमेशलिमपायल्यास्ता आमिय दिदिवपिनुनियामिमिहसिहहिंजडल्सरपाडिवस्यारवालाएंगजपियाक्सिविपिया लभिवाजमाराविलिातुरहपासियाबिन सियाहोल्डिालवाराहाकिमेरुदलिनशविरणमायखलिना बजाविलनताकि राजसदिसोसिकाइमायणकिण्डमालिनाशाखालेकिनजाविनशवायसवाकिया रुइलिसाशलवकमलपकलियुकिविध कारणामयारिभाजिशकिंवसदणक्युलरिजशक्षि दिसधवलिसकिंमएणकालक लिनहापिकिंसथुडसिनडाकिकम्मासिहवविकि निशिसासेलोकणितियाकियालय ललिमिsimeोहोरयाएजपिएणाराना निहाकरवालविलटिसबलहिाप्र पाललारणालीलावलियंसहउणामयरको कहिदिजायाधिदायलाहारिणशकलहकारियोजयामिरायाmaingहजबुतसिसिरिएलासा दामाजिइनोवलवंतवोरसोराणालबलविवालियापाहियमिाजभियपनेधाभिमाहिपमएयर मलजेण्याकाखाऊरएपोकटोकरीधाणलएशियतिवसविलोणविडवासीहकसर्विडणक्षिा महामापतगवश्मिरलजीविनाश्यमहुमता विकासावधावतहोयसिंमाराउखपविसमातिदिक्षिता, अपभ्रंश-पाण्डुलिपि चयनिका For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org Jan Education InternationalPage Navigation
1 ... 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126