Book Title: Apbhramsa Pandulipi Chayanika Author(s): Kamalchand Sogani Publisher: Apbhramsa Sahitya AcademyPage 90
________________ Jain Education International प्रस्तुत आधुनिक रूपान्तरण पाण्डुलिपि का अक्षरशः रूपान्तरण है । इसका उद्देश्य विद्यार्थी को पाण्डुलिपि के अक्षर पहचानना एवं पाण्डुलिपि पढ़ना सिखाना है। संपादित पुस्तक एवं दिये गए आधुनिक रूपान्तरण के अक्षरों में कहीं-कहीं अन्तर हो सकता है। विद्यार्थी को चाहिए कि वह केवल पाण्डुलिपि के अक्षर एवं शब्दों को पहचानने का प्रयास करें । For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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