Book Title: Apbhramsa Pandulipi Chayanika Author(s): Kamalchand Sogani Publisher: Apbhramsa Sahitya AcademyPage 56
________________ तिहतिवदुरक परवडसह रिवलधापारलाजवादुमदुम्मागवेयगीराजलोबियाण्यण दडडघसंजहिरावणुपदणमालवणग्नियाणामहि दिहदसाल परिवागामेदिदिहसमउसिइंपलाइंगाईसकेसरा कंदाहादिहश्सालयन यायद्धि यद्धयोदविदाश्वपडियादिमपिङ डनसतेयणखयरधिमंडलअषयज्ञ दिहउउहलिउडकरालउपिंपलयग्निसिदधुमालदिदाहविसालश्नमिद्ध Homsaश्रामवारनामहरइंदहोइंदिहजम करणाश्वजमहोलिदिहमह.. शुक्लेटसंदोहोणपारोहमुक्कागयोहादिहउछलुयाडिम्वके दिलममुहाव लिटलुवक्मिा विजिगविहिनापहितिवजिजायनमा परकविसमेगसमरंमणमुहा अालमियाधारियरुग्रहिविहासागकाशासामुनजोमयमतजीवदयायरिक्त छावयवादिनविदणादाणरण दोलालाबासरणाअवेदिग्नहेगोयहासामिल रिसितपरिनहारगयपरिहवेयरिविङगिजातेहपुरिमुविदासणरुजापति टाकम्भजारोगाम्यावतारुजसुकेरससहेविसहेविणसराहावास्यावतरंगति लथाविवश्वाहिणिकिमिश्सासहिचाहावशवतीसहि बिमाणगसउपास अपभ्रंश-पाण्डुलिपि चयनिका (41) Jan Education Internatonal For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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