Book Title: Apbhramsa Pandulipi Chayanika Author(s): Kamalchand Sogani Publisher: Apbhramsa Sahitya AcademyPage 58
________________ पाठ - १० पउमचरिउ कादेविमोतियफ्रामवाविवरणायरियाय दिसणसाका कोविनali जाससऊसुमारासंगपागपखकलतरूणायालयसारियण्टलावाहितहोयमाणविताहर लिकाहिवकिष्किंधपरसरालामेडलगलनालंगंगोजागध्यकणयामकतामा समायालेण्डवियगामपुषदे सदागयहवाराताई असेसढणाएपजागविमानदिपाश्यागजिगमगअमरपराध्याट्रािसामिति महाउसुदिवाएंगलमयमुमबहागोविदिइनदिसुंदर।एकदिमियांपवणमंदरायुपरविराम कियअविदणायपउंचहुंमुहाएंदलानापन्नडंउदोमुपरहावश्हानेपरमेसहिलाहिंधविराम मायटिंलोयळळोदणं आएविकाविपसिकषितरतलिसुणविचवदा ।बाणमिमायदेतणमा ताजाणमिब्रिदरिदमुप्पा ताणनिहवयगुणसंपल्या जाणमिनिहानिणसासरगलनाजालमि जिहादसोरपन्नानागुतासिरकावयाराजासमन्नारयणमणिसाराजापमिनिसायरगेला जागनिजिहसुरमहिहरधारामाणमिकसलवणजपागाताणमिनिसुयानणयहाकेगानाण निससलामरलगयहोवारण भिसामिणिजहाायहो जालनिजिहोतेउरसारााजागतिजिहमत पिसणगायनालिपिपायरलोएलामढुंघरेउसाकरेविकराजोदुनसुधारिधिन्नजपण नानागढुंगपरातिदावमरग्यणासाकादियनिय विहीमणरावोलावियएनहेवियत पालेकादरिताहणुवैतेविसिविविप्पवैतिषणमंतिउासायसश्तापगबवहतिजादेवदेवनायव अपभ्रंश-पाण्डुलिपि चयनिका Jan Education int onal For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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