Book Title: Apbhramsa Pandulipi Chayanika Author(s): Kamalchand Sogani Publisher: Apbhramsa Sahitya AcademyPage 68
________________ पाठ - १२ करकण्डचरिउ शिकागणस्यलाइसिजलसरातोएसिसिवाणिदणयंजायाशतेरापंसिविणवी महिदितिक्वंदरासाताएकदिदिणिपसायरेणासपीलियबुथियवणिवणासासस शुक्रिया सेडिदायावडिलपाटोणियाजामतहिताजायजगत्खणणतहिासजणियमणे रहसयलहितारिउताइसोणितत्तामङ्गएकुलयएबनकरिणिस्तात्रयरायनवारहिणिमासएपमहुदिनाजीचमिसंसएगातगयनरतावणियहाणातडवरहिलिमय लायासावरहिणिलिक्विविजीउधवसाधरिजाशवितंतहादिषुपसावणिवरहाउरिजा आतीसदेवितिखातामारजणेशितापयरिहिसिहिअलहंतपणादेवादिनडिडिभराणपणा सामणिविताश्चेडियाणिवासासिहिवश्यसअरिक्सयलताखासागरवलवाणराक्षामा राहसमणिततलवामानावपजिविपिनासेर फलाजयजीयश्वणिणाचरियण २६ जायविणिबनराहिवही िमारलग्यपिंनतरकणिकाएउबकहाणीनिसुणियुगा अपभ्रंश-पाण्डुलिपि चयनिका an Educationa l For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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