Book Title: Apbhramsa Pandulipi Chayanika
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 79
________________ 5खल कारखाली संग्ररु सयलुम करि दिसोम सुपे दिल म हहहिविषा मुसरिविद्यटम राशि सुरदेव दिए जा सिवि वववादधिपयडियसुवा नायव सुदिवस तमोदाक वरखइविजागा सुबाइदिन पुलिय मुलिला हलसिट अंतर विगयवासी तिपया दुलि देणु गुरु पयारी देवें वंदियता गरईया घाबरुधोपयासि विविरकइन सिविचम्पादेवपनामप विद्यधणावह चलाएम नमिवि सवान किरण तमाशा वंदिन लिगमा तोयविमुगयस जमा घर लोग देना वेव दिवालिये कय हिट करम सिंदिनी साय वृईए मुप्रिम विविना सिची सामिय Jain Education International अपभ्रंश - पाण्डुलिपि चयनिका For Private & Personal Use Only. (64) www.jainelibrary.org

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