Book Title: Apbhramsa Pandulipi Chayanika Author(s): Kamalchand Sogani Publisher: Apbhramsa Sahitya AcademyPage 67
________________ : .२ गलिक मिनमाणीकुमादरिक्ररिकजविसंडाणाविमच रुजापसमिनि मंदमनिडोहरदरनिसावरियागतमसमुहटोकाहादत लयमदाहरगिसासालापावाकवाघिसाघमिरयालाय धावत्यादिंडविरोधासायरन वदंत होपायहाँ कहिंला समापीपलोमाधवाश्यमयबद्यमापन समारमतवम् । .. हायमासारसमुद्धिाविया अपना विपसारपसारी विकाधाक्सियारमाठिया - तपारती सुचनामरिच विमहंगाबratal - वविदिवसादिकिसिमले साधारणपंडिगोविंदप्रतामि मानविशिवलियामासविनरुपकमासुमाया राहिलामकुमार ताडमिनु तुमीपस्वामिविवक्किारनहारिदिन घर डिएतालुकावालुछाsिaijजेएमसुद्धातुहिवामासे सरतिरूपरमकाहिवारघवारातीलणमाम्मानमुपाहिका १३१ विनमुलाखकहाडिकोविकदिनिवkuथारुरिविकागजी ६थतः अपभ्रंश-पाण्डुलिपि चयनिका (52 Jan Education International For Private & Personal use only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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