Book Title: Apbhramsa Pandulipi Chayanika Author(s): Kamalchand Sogani Publisher: Apbhramsa Sahitya AcademyPage 73
________________ पहिशहिमालयवसवावहिवनक्लनियोहियरालिशवस्यवसपए जालियाचक्षुजललिवनखेसनियमावलिजाहिमुडवएकलियातहेदिल मिलियनुलयनीयवासयतेनुसया इसकीयाजावरयलिसी हलवान रापल्लाहविगयुतेपसुगियरातामु जगासमवेतमाहत्यागरास खनिषगलियानाहाहाकाह।। सुक्दसमुहोस तविहित सुमधुसुसकिासातायतायहोकि मजविसमेसुवाजसुवनुकेप विसमाहाहाकिंबंधवणचितमाम सुनविसमावधर्दिपनारदस रलविएसंपत्तीकरीिभिमजयननतामऊमायलयका न्यकेदतिवारिलायमानादिकलुलुम दहिवालावरससि अपभ्रंश-पाण्डुलिपि चयनिका Jan Education www.jainelibrary.org For Private & Personal use only matonalPage Navigation
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