Book Title: Apbhramsa Pandulipi Chayanika
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 55
________________ विदिशाकादिमिसहिंधवियणाकरापालारारियजलहरकाहिभिरहेंगसम्नधियरह वागतासगिरडियादिहलविदहरयणदिइववाह कप्पतरुवपलोहियसाहार गया लपरकनुवादस्पडालरकावासोतिलिपिउधिन्नादियहाइसवलियाजवणालाह Neणवकसनहिडेवारणवदापसमापणमुन्नदिपुणानिदिनुमन्नहडिवगलि! ध्यारेहिावादिगिहिवरयंपायौंकमलिगिदिवास्वणदिवाठाकामुरलिहिवजदरमयल! बवाहिवाणदिवायाकमुषिदिवजदरमयन्नछणुविज हिदुवरिसियघणाअमर वहूदिवववागपुरंदसागिंल दिमादिवजणहिहसासमरालिदिवसडियन रवाकदल दिसादिचालुमहासकाकलयवाहिवमाहवाणिग्नागिदिवट्यगरुक्षयंगमुविद्यालय सदनारायतदिनेसदसासयासुदकंनिहिं दससिरुदससहरू दसमडयोगिविसकैदरुसतरुः मकडपिनालिपवावच्दमाणणहाहाहासामितवसवेय/उरुमुहाविहलुलिया डिमदिदिकविलय नारववद्यापहोवुद्धादुरकुदुरकुमुहानामुक्कालग्नरू| ५६६ TaaहिदायHिaसिरसतिलातिमसुदशिवदेवयणसिरिकेनाद्धसिकमलापण गंध . रिदमुधसिमालश्वेषयमालमापादशिजयसिविंदणलहाअशिलबिवसंतलाल अपभ्रंश-पाण्डुलिपि चयनिका Jan Education International For Private & Personal use only www.jainelibrary.org

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