Book Title: Apbhramsa Pandulipi Chayanika Author(s): Kamalchand Sogani Publisher: Apbhramsa Sahitya AcademyPage 43
________________ नयापियाममितोविजासयलिवितियपवितरियाआरतिउपुणराहवरिखाना नरहोदापातानिटमदाद उपहासमुपविागवणवासहाराहातपरिवहुपद्ध परिचामाजयोगलजयवरनिघासीदसरस्वरानुयलुतयकारेविदाश्यमहरुमण Magaदारिपियरिडिविहित्रावगस्पवितायहातगठेमधुपरिमसाविनिग्नउवलुवा नाइहरेबियालरकोलिरकणलीपासचलर्दितदिविंदाणउँधिरहामुई दसरहराणहियवद्मातिसूलमालाराहउकिवणवासहघिल्लिाअहवा. मईसच्चनपालिछतिनियनामुगोत्रुमडुमलिजवरिगामुनसविणासिअसवमा हत सदोपासिसवंग्रेवरेतवदिवायासन्चेसमउगलघोसायरूसवान। वाश्म हिपञ्चासासर्दिवटाहानवश्वज्ञाधनाखाणविपालश्सबामुदाटियउवहीं तअनिवडश्नरयसमुद्दीवसुजिमालिञ्चवेतारचिंतावत्पुषाराहिउजावहिवलुनि यनिलउपराश्उतावहिडिम्मपुणेउनिहालिउमायए।पुषविहसेवित्रुपियवायएदिव। दिवेवडदिनुरंगमणांएहिजकाशाणुवादापारादिविरदिगविदहिवेवदिशा जका पुबैजनसुबहिदिवरपुत्वर्दिवमरसदासहिअजुकाउकोबिनपासिहिदि अपभ्रंश-पाण्डुलिपि चयनिका Jan Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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