Book Title: Apbhramsa Pandulipi Chayanika
Author(s): Kamalchand Sogani
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 41
________________ पवित्रुपवागमंदिवहातावपदसिध्देवापटमासुजरधवलतियायापुणुप्रस दिवसासवलम्नीयागचर्दियविदाडव्यसचिवधानसगतिकस्मलायणनिधति रुकंपमहरिकलवायागयंदतमगरहोणबायोपरिगलिरुहिरुणिमण वरखम्माममजेदनावरमुगिरिणापवाहनवहेलिपायागंभोवउपाal उकेमरायावयगततणकियवधियापागउपरमविसायहोरामवण्यासक्छ वलुजीविउकवलुमुरकुनिकिमिशजणमाकु॥घत॥मुद्धमुहविंदुसम दुरुसरिसुपवियलशवरितकमुकिपिउग्रजरामरूलप्ताकदि वसुविहोसञ्चारिसा? के वळअम्हापिसाटुंगकोदकामंदिकहोत दवसिंहासपूछताधिरुसबाजोवणुसरारुजीविउधिगहुासेमारुत्रा गढुछाछुविसुविसयवंधुदिढवेधणाज्ञघरदारपरिहवकारणाशसुधसबुदि ढतउग्रवहरतिाजरमरणादंकिंकरकिंवनतिजीवाउचाउयहयवरांयासंदण सेदाणगयगरजेनाघातपुतपुरवणदेश्खयहाजाशघणुधपुजिगुणणविवे १५ कपाशदुहियाविदुहियमायाविमायासमलाउलिंतिकिरणलायघिनापायी अपभ्रंश-पाण्डुलिपि चयनिका www.jainelibrary.org For Private & Personal Use Only Jan Education International

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