Book Title: Apbhramsa Pandulipi Chayanika Author(s): Kamalchand Sogani Publisher: Apbhramsa Sahitya AcademyPage 40
________________ पाठ-६ पउमचरिउ १७२ डिहिंदिताहि गायणगयहिंगित हिरामणिमश्यउरध्याउदेहलिअमोनियका पहिगावलिासावरगाउदंडमलितारणीबईमुरवरमणवारणाघनासायद लप्रमादियज्ञोजगजयजयकारिजेतापित्याउझदअधिवलारश्मारक सतुजतानाayaunManकोसलपदणणामकलनेणियघराधासाट. द्वतिदिविन्दवालिफ्ट्रिहाराणाबासुरसमससहासहिंदुम्मणकिरदेव निणिहादसरहपापडनियनितएरोवयादिविहिंदिपगधोक्या पढ़तवर कंचनपड्कापडपलंगारहमछलियगडाकहेंकाशनियविणिमणवि सोमावरचिनियतिनिधियविमलापणवेणुितुन्नसुपहाणाकिरकामद्ध तिषियणकापाजश्हाउजियाणवलंदियदेवातागधसलिलुपावश्नकवातहिंत्री विसरेवुलुक्कुपासुछिणससिवनिरंतरवलियासुगियघायंगमुदंडपाणि अणियहियपद्धपरकलियवालिघता गरहिउदसंरक्षणानुनकाधि १५ आमवाजलातायात पटेदवाविषपावरपणावपिपतेप्पवि। 621 FO L 53 . " अपभ्रंश-पाण्डुलिपि चयनिका www.jainelibrary.org For Private & Personal Use Only Jan Education internationalPage Navigation
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