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रूपी अजीवद्रव्य
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१. जीव द्रव्य और २. अजीव द्रव्य।
अजीवद्रव्य निरूपण अजीवदव्वा णं भंते! कइविहा पण्णत्ता?
गोयमा! दुविहा पण्णत्ता। तंजहा - रूवीअजीवदव्वा य १ अरूवीअजीवदव्वा य २।
शब्दार्थ - रूवी - रूपी, अरूवी - अरूपी। भावार्थ - हे भगवन्! अजीवद्रव्य कितने प्रकार के कहे गए हैं? हे आयुष्मन् गौतम! ये दो प्रकार के प्रज्ञप्त हुए हैं - १. रूपी अजीवद्रव्य २. अरूपी अजीवद्रव्य।
अरूपी अजीवद्रव्य . अरूवीअजीवदव्वा णं भंते! कइविहा पण्णता?
गोयमा! दसविहा पण्णत्ता। तंजहा - धम्मत्थिकाए १ धम्मत्थिकायस्स देसा २ धम्मत्थिकायस्स पएसा ३ अधम्मत्थिकाए ४ अधम्मत्थिकायस्स देसा ५ अधम्मत्थिकायस्स पएसा ६ आगासत्थिकाए ७ आगासत्थिकायस्स देसा ८ आगासत्तिकायस्स पएसा ९ अद्धासमए १०।
भावार्थ - हे भगवन्! अरूपी अजीवद्रव्य कितने प्रकार के परिज्ञापित हुए हैं?
हे आयुष्मन् गौतम! ये - १. धर्मास्तिकाय २. धर्मास्तिकाय के देश ३. धर्मास्तिकाय के प्रदेश ४. अधर्मास्तिकाय ५. अधर्मास्तिकाय के देश ६. अधर्मास्तिकाय के प्रदेश ७. आकाशास्तिकाय. ८. आकाशास्तिकाय के देश ६. आकाशास्तिकाय के प्रदेश एवं १०. अद्धासमए-काल के रूप में दस प्रकार के कहे गए हैं।
रूपी अजीवद्रव्य रूवीअजीवदव्वा णं भंते! कइविहा पण्णता?
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