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छट्ठी उवासगपडिमा दसा
छट्ठी उपासकप्रतिमा दशा सूत्र १
इह खलु थेरेहि भगवंतेहिं एक्कारस उवासग-पडिमाओ पण्णताओ। इस जैन प्रवचन में स्थविर भगवन्तों ने ग्यारह उपासक-प्रतिमाएँ कही हैं ।
सूत्र २
प्र०--कयराओ खलु तामो थेरेहिं भगवतेहिं एक्कारस उवासग-पडिमाओ पण्णत्ताओ?
उ०-- इमाओ खलु तामो थेरेहिं भगवंतेहिं एक्कारस उवासग-पडिमाओ पण्णत्ताओ।
प्रश्न- भगवन् ! वे कौन-सी ग्यारह उपासक-प्रतिमाएं स्थविर भगवन्तों ने कही हैं ?
उत्तर- ये ग्यारह उपासक-प्रतिमाएं स्थविर भगवन्तों ने कही हैं । जैसे१ दर्शनप्रतिमा। २ व्रतप्रतिमा। ३ सामायिकप्रतिमा ।
१ दसण-वय-सामाइय-पोसहपडिमा अबंभ सच्चित्त । आरंभ-पेस-उद्दिढवज्जए समणभूए य ॥
-(द० नि. गा० ११) १ दंसणपडिमा
२ वयपडिमा ३ सामाझ्यपडिमा
४ पोसहपडिमा ५ दिवा बंभचेरपडिमा
.६ दिवा-रत्ती-वंभचेरपडिमा ७ सचित्तपरिण्णायपडिमा
८ आरंभपरिण्णायपडिमा ६ पेसपरिण्णायपडिमा
१० उद्दिभत्तपरिण्णायपडिमा ११ समणभूयपडिमा