________________
पहुँचीं? उन्होंने बताया कि वे पुलिस को यह बताकर आई हैं कि उनके भाई अस्पताल में हैं और उन्हें खाना पहुँचाना है।
कमला जी ने हमें आहार दिया। बीच-बीच में अपनी कमर भी दबा रहीं थीं। मैंने पूछा, 'क्या हुआ? कहने लगी, 'कुछ नहीं। बार-बार पूछने पर बताया कि रास्ते में पुलिस ने पांच-सात बेंत मारे थे। मेरा हृदय सजल हो उठा। उस महिला ने सेवा के नाम पर दंड भी झेल लिया था। इसे कहते हैं सच्चा प्रेम, सच्ची श्रद्धा। ____ आप अपने प्रेम को विराट रूप दीजिए। सबको सम्मान दीजिए। अपने कर्मचारियों का भी सम्मान करें। आपकी पत्नी भी उतनी ही सम्मान की पात्र है जितने कि आप उसके द्वारा। अगर आप किसी बगीचे में हों तो फूल को भी सम्मान व प्यार से निहारें। कुदरत के इस नायाब तोहफ़े को भी आप सम्मानित दृष्टि से देखें। अपने जीवन से हिंसा का बहिष्कार करें। मन, वचन
और काया से हिंसा न करें। स्मरण रखें कि आप किसी के गाल पर चांटा नहीं मारेंगे, न ही कटु वाणी का प्रयोग करेंगे। न आप किसी के दिल को चोट पहुंचाएं और न ही किसी के प्रति दुर्विचार रखकर उसके आभामंडल को दूषित करें।
हिंसा नहीं, अहिंसा हो। प्रेम को जीने के लिए कभी किसी की हिंसा न हो। हिंसा के द्वार-दरवाजे बहुत खुल चुके हैं। अब आप उन पर प्रेम का ताला डाल दीजिए ताकि प्रेम के द्वार खुल जाएँ। जब हमें सुई चुभाई जाती है तो कितनी पीड़ा होती है। जरा सोचिए, उन पशुओं के बारे में जिनकी गर्दन रेत दी जाती है , तथा लोग किसी पक्षी को तीर मार कर जमीन पर गिरा देते हैं। मानव इन निरीह पशु-पक्षियों की मूक वेदना को समझने में क्यों असमर्थ है ? अरे, पक्षियों को मार-गिराने के बजाय उनकी उन्मुक्त उड़ान का आनंद लो। मछलियों को पानी से बाहर निकालकर तड़पाने के बजाय उनके तैरने की खुशी में शामिल हो जाओ। किसी तितली की चटनी बनाने की बजाय उसके खूबसूरत रंगीन पंखों का सौंदर्य आत्मसात् करो। किसी अंडे को फोड़ने के बजाय, उसमें से निकलने वाले जीवन को अभय जीवन प्रदान करो। वक्त आने पर भूखों को अपना हिस्सा भी जरूर प्रदान करते रहो। आइए, प्रेम की दहलीज पर
३९
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org