Book Title: Wah Zindagi
Author(s): Chandraprabhsagar
Publisher: Jityasha Foundation

View full book text
Previous | Next

Page 79
________________ उठाएँ, लक्ष्य को बेहतर बनाएँ, कठोर श्रम करें। जिस क्षेत्र में आप प्रवेश करेंगे, वहाँ आपको सफलता अवश्य मिलेगी । दृढ़ इच्छा शक्ति रखकर ही बाधाओं पर विजय पाई जा सकती है । सकारात्मक सोच हमारे भीतर आशा का संचार करती है। जो भी कार्य करना हो उसका लक्ष्य निर्धारित कर लीजिए। इसके अनुरूप योजना बनाइए और प्रसन्नता, उत्साह एवं आत्मबल से आगे बढ़िए। दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़िए, सफलता जरूर मिलेगी। बदलें जीवन - धारा । सही सोच हो, सही दृष्टि हो, सही हो कर्म हमारा । बदलें जीवन - धारा । । बेहतर लक्ष्य बनायें अपना, ऊँचाई छू लें | भले न पहुँचें आसमान तक, मगर शिखर को छू लें। शांति और विश्वास लिए हम, दूर करें अंधियारा ॥ बदलें जीवन - धारा ॥ - मन की शक्ति रखें सुरक्षित, ऐसे स्वप्न सजायें । प्रगति के जो दीप जलाएँ, वही दृष्टि अपनायें । बेहतर रखें नज़रिया अपना, बेहतर क़दम हमारा ॥ बदलें जीवन - धारा ॥ मेहनत को हम दीप बनाएँ, लगन को समझें ज्योति । पत्थर में से हीरा जन्मे, और सागर में मोती । बाधाओं से डरना कैसा, मिलता स्वयं किनारा ॥ बदलें जीवन - धारा ॥ कर्म स्वयं ही बने प्रार्थना, बल हो नैतिकता का । सबसे प्रेम, सभी की सेवा, धर्म हो मानवता का । 'चन्द्र' धरा को स्वर्ग बनाएँ, घर-घर हो उजियारा ॥ बदलें जीवन - धारा ॥ जीवन की धारा को बदलें । ओनामी का उदाहरण याद करें। क्षमता तो आप सब में है, आवश्यकता है केवल आत्मविश्वास को आत्मसात् करने ७२ वाह ! ज़िन्दगी Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114