Book Title: Vishsthanak Tap Vidhi
Author(s): Punyavijay
Publisher: Bhuvan Bhadrankar Sahitya Prachar Kendra

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Page 19
________________ अथ सप्तम साधु पद आराधन विधि . स्याबाद गुण परिणाम्यो' रमता समता संग। साधे शुद्धानंदता, नमो साधु शुभरंग ॥ आ पदनी २० नवकारवाली ॐ नमो लोए सव्वसाहूणं अ पद बडे गणवी. आ पदना आराधननो काउस्सग्ग २७ लोगस्सनो करवो. आ पदना २७ खमासमण नोचे प्रमाण पदो बोलीने आपा. १ पृथ्विकायरक्षकेभ्यः श्री सर्वसाधुभ्यो नमः २ अप्कायरक्षकेभ्यः श्री सर्वसाधुभ्यो नमः ३ तेउ कायरक्षकेभ्यः श्री सर्वसाधुभ्यो नमः ४ वायु कायरक्षकेभ्यः श्री सर्वसाधुभ्यो नमः ५ वनस्पतिकायरक्षकेभ्यः श्री श्रर्वसाधुभ्यो नमः ६ त्रसकायरक्षकेभ्यः श्री सर्वसाधुभ्यो नमः ७ सर्वतः प्राणातिपातविरतेभ्यः श्री. सर्वसाधभ्यो नमः ८ मर्धतः मृषावादविरतेभ्यः श्री सर्वसाधुभ्यो नमः ९ सर्वतोऽदत्तादानविरतेभ्यः श्री सर्वसाधभ्यो नमः १० सर्वतो मैंथुनात् विरतेभ्यः श्री सर्वसाधुभ्यो नमः ११ सर्वतः परिग्रहात् विरतेभ्यः श्री सर्वसाधुभ्यो नमः Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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