Book Title: Vishsthanak Tap Vidhi
Author(s): Punyavijay
Publisher: Bhuvan Bhadrankar Sahitya Prachar Kendra

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Page 101
________________ ಲಲಲಲಲ್ಲ * साहित्य सूर्य का प्रकाश हेतू जैन धर्म के प्राचीन सिद्धांतका ज्ञान प्राप्त करने हेतु आपके घरमे लब्धि कृपा मासिक का आगमन होना जरूरी है। जिनका चंदा वार्षीक रु. ११, द्विवार्षीक रु. २१, पंचवार्षीक रु. ५१, दशवार्षीक रु. ८१, आजीव रु. १३१ आजहि आप शीघ्र M. O. से भेज देना जरूरी समझलो। पता- " लब्धिकृपा" सी. एम्. शाह __ वाणीयावाड, छाणी ३९१७४० ಲಲ೧೦ ೩೨ಲಲ್ಲಿ प्राचीन संग्रह का उपयोगी प्रकाशन रोज देव वंदन, प्रतिक्रमण में सभी को उपयोगी स्तवने, चैत्य वंदने, संज्जाओ, स्तुतिों और नेमनाथजी के सलोका आदि के लीये २५०पेजका प्लॅस्टीक कवरवाला "आवश्यक सज्जाय संग्रह " बुक आप शीघ्र प्राप्त * कर ले। मूल्य- पोस्टेज के साथ सिर्फ रु. ५ पता- भुवन भदं कर साहित्य प्रचार केंद्र ___v. V. VORA ३४, कृष्णप्पा नायकन स्ट्रीट, मद्रास ६०० ००१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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