Book Title: Sramana 1997 01
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi
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२० :
श्रमण/जनवरी-मार्च/१९९७
४२. यमनियमाऽसनप्राणायामप्रत्याहारधारणाध्यानसमाध्योऽष्टावङ्गानि।। वही, २/२९। ४३. युवाचार्य महाप्रज्ञ, प्रेक्षाध्यान : कायोत्सर्ग, लाडनूं ।। ४४. Charlesworth and Nathan, Stress Management, London, page 39. ४५. युवाचार्य महाप्रज्ञ, मन का कायाकल्प, आदर्श साहित्य संघ, चुरु, पृष्ठ ६७। ४६. युवाचार्य महाप्रज्ञ, प्रेक्षाध्यान : श्वासप्रेक्षा, लाडनूं, चतुर्थ संस्करण १९८९
ई० सन् । ४७. Charlesworth and Nathan, Stress Management, London, Page 60. ४८. आचार्य श्री हस्तीमल जी महाराज, गजेन्द्र व्याख्यान मुक्ता, पृष्ठ-१। ४९. वही, पृष्ठ १९६। ५०. सामायिकसूत्र, उपाध्याय अमरमुनि, पृष्ठ २८४। ५१. मुच्छा परिग्गहो वुत्तो।
दशवैकालिक, सं० आचार्य तुलसी, कलकत्ता, ६/२० । ५२. प्रश्नव्याकरणसूत्र, सं०अमरमुनि जी महाराज, सन्मति ज्ञानपीठ,आगरा, ५/१७। ५३. साध्वी कनकप्रभा, महावीर व्यक्तित्व और विचार, चुरु, पृष्ठ ४४। ५४. सत्वेषु मैत्री गुणिषु प्रमोदं, क्लिष्टेषु जीवेषु कृपा परत्वम् ।
मध्यस्थ - भाव विपरीत वृतौ, सदा ममात्मा विदधातु देव । श्रावकाचार, अमितगति, अनन्तकीर्ति दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला न०२, बम्बई,
प्रथम संस्करण १९९२ ई० सन्, १३/९९। ५५. युवाचार्य महाप्रज्ञ, प्रेक्षाध्यान : कायोत्सर्ग, लाडनूं, पृष्ठ १८। ५६. युवाचार्य महाप्रज्ञ, किसने कहा मन चंचल है, लाडनूं, पृष्ठ १३६। ५७. उत्तराध्ययनसूत्र, साध्वी श्री चन्दना, आगरा, २३/३६। ५८. कसाया अग्गिणो वुत्ता।
- उत्तराध्ययनसूत्र- साध्वी श्री चन्दना, आगरा, २३/५३। ५९. दशवैकालिक, सं० आचार्य तुलसी, कलकत्ता, ८/३८। ६०. मुनि मोहनलाल शार्दूल, जैन दर्शन के परिपार्श्व में, लाडनूं, द्वितीय संस्करण
१९८९ ई० सन्, पृष्ठ १४३ । ६१. मुनि महेन्द्र कुमार व जेठालाल झवेरी, प्रेक्षाध्यान : स्वास्थ्य विज्ञान, लाडनूं,
प्रथम संस्करण १९८४।
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