Book Title: Sramana 1997 01
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 90
________________ १२३ Jain Education International ९९. १५१७ विजयधर्मसूरि, पूर्वोक्त - लेखाङ्क ३१३ १००. १५१७ वैशाख सुदि १३ गुणरत्नसूरि मंगलवार लोढा, पूर्वोक्त, लेखाङ्क १३० १०१. १५१७ For Private & Personal Use Only विजयधर्मसूरि, पूर्वोक्तलेखाङ्क ३०६ सुमतिनाथ की बड़ा जैन मंदिर, धातु की पंचतीर्थी लींबड़ी प्रतिमा का लेख श्रेयांसनाथ वीरचैत्यार्तगत की धातु की आदिनाथ चैत्य, प्रतिमा का लेख थराद धर्मनाथ की जीरावला देरासर, धातु की प्रतिमा घोघा का लेख आदिनाथ जिना०, जामनगर मुनिसुव्रत की पोसीना पार्श्वनाथ धातु-प्रतिमा का देरासर, ईडर लेख नमिनाथ की शांतिनाथ देरासर, धातु की पंचतीर्थी कनासानो पाडो प्रतिमा का लेख पाटण १०२. १५१७ वहीं, लेखाङ्क ३०९ माघ सुदि १० गुणदेवसूरि बुधवार के पट्टधर चन्द्रप्रभसूरि फाल्गुन सुदि १० अभयचन्द्रसूरि शुक्रवार माघ सुदि ५ उदयदेवसूरि सोमवार के पट्टधर रत्नदेवसूरि वैशाख वदि १० मुनिसिंहसूरि शुक्रवार के पट्टधर अमरचन्द्रसूरि १०३. १५१८ बुद्धिसागर,पूर्वोक्त, भाग-१ लेखाङ्क १४७१ पिप्पलगच्छ का इतिहास १०४. १५१९ www.jainelibrary.org वहीं, भाग-१, लेखाङ्क ३०७ : ८७

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