Book Title: Sramana 1997 01
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 109
________________ २ ३ Jain Education International १ २८. ४ । धर्मशेखरसूरि १०६ : १५१० लोढ़ा, पूर्वोक्त-लेखाङ्क ४२ माघ सुदि ५ रविवार वीरचैत्यान्तर्गत आदिनाथ चैत्य, थराद २९. धर्मसागरसूरि वही, लेखाङ्क ५९ १५१० पौष वदि ६ (१५१७?) गुरुवार For Private & Personal Use Only श्रमण/जनवरी-मार्च/१९९७ ३०. १५११ वही, लेखाङ्क ८६ माघ सुदि ५ गुरुवार शांतिनाथ की धातु की पंच- तीर्थी प्रतिमा का लेख शांतिनाथ की धातु की चौबीसी प्रतिमा का लेख धर्मनाथ की धातुप्रतिमा का लेख वासुपूज्य की धातुप्रतिमा का लेख अभिनन्दनस्वामी की धातु की पंचतीर्थी प्रतिमा का लेख ३१. १५१३ धर्मशेखरसूरि के पट्टधर धर्मसुन्दरसूरि धर्मसुन्दरसूरि के पट्टधर धर्मसागरसूरि " चैत्र वदि ६ शुक्रवार पार्श्वनाथदेरासर, अहमदाबाद मुनि बुद्धिसागर - पूर्वोक्त भाग १, लेखाङ्क ९१६ ३२. १५१५ वैशाख सुदि १३ रविवार वीर जिनालय, वैदों का चौक, बीकानेर नाहटा, पूर्वोक्त लेखाङ्क १२०८ www.jainelibrary.org

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