Book Title: Sramana 1997 01
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

View full book text
Previous | Next

Page 126
________________ है पुस्तक समीक्षा : १२३ संघ से दीक्षित हई हैं। पार्श्वनाथ विद्यापीठ परिवार श्री कोठारी के निधन पर शोकाकल है और ईश्वर से प्रार्थना करता है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्राप्त हो तथा कोठारी साहब एवं उनके परिवार को इस महान् कष्ट को सहन करने की शक्ति प्राप्त हो। डॉ० बशिष्ठ नारायण सिन्हा की धर्मपत्नी दिवंगत वाराणसी, ८ फरवरी, १९९७, पार्श्वनाथ विद्यापीठ के अहिंसा एवं शांति शोध विभाग के भूतपूर्व रीडर डॉ०बशिष्ठ नारायण सिन्हा की पत्नी श्रीमती शान्ति देवी सिन्हा का असामयिक निधन हो गया। डॉ० सिन्हा छात्र जीवन से ही पार्श्वनाथ विद्यापीठ से जुड़े रहे हैं उनके जीवन की अनेक स्मृतियाँ इस परिसर से जुड़ी हुई हैं। वर्तमान में उनकी पुत्रवधू डॉ०सुधा जैन पत्नी डॉ०विजय कुमार सिन्हा, विद्यापीठ में तदर्थ प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं। श्रीमती सिन्हा की यह अचानक चिर-विदाई हम सभी के लिए अत्यन्त दुःखद है। फिर भी विधि के विधान को टालने में कौन समर्थ है। इस दु:ख की घड़ी में सम्पूर्ण विद्यापीठ परिवार की हार्दिक सम्वेदनाएँ उनके साथ हैं। हम मृतात्मा की चिर शांति की प्रार्थना करते हैं और सिन्हा परिवार इस दुःख की घड़ी में धैर्य-धारण करे यही अपेक्षा करते हैं। पार्श्वनाथ विद्यापीठ परिवार Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 124 125 126 127 128 129 130