Book Title: Sramana 1997 01
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 101
________________ Jain Education International १ २ १६४. १५७९ ३ वैशाख सुदि ५ सोमवार ४ श्रीसूरि ९८ : पार्श्वनाथ देरासर, लाडोल मुनि बुद्धिसागर, पूर्वोक्त - भाग १, लेखाङ्क ४५२ १६५. १५८० धर्मविमलसूरि वैशाख सुदि ५ शुक्रवार ५ श्रेयोसनाथ की धातु की प्रतिमा का लेख ___चन्द्रप्रभ की धातु की प्रतिमा का लेख पार्श्वनाथ की धातु की पंचतीर्थी प्रतिमा का लेख गौड़ीपार्श्वनाथ जिना०, मुनिकान्तिसागर, पूर्वोक्त - पायधुनी, मुम्बई लेखाङ्क २९८ श्रमण/जनवरी-मार्च/१९९७ १६६. १५९५ देवप्रभसूरि For Private & Personal Use Only माघ सुदि १३ शनिवार वीर जिनालय, नांदिया आबू, भाग-५, लेखाङ्क ४६५ १६७. १६१७ पौष सुदि १३ सोमवार उदयरत्नसूरि शांतिनाथदेरासर, कनासानो पाडो, बुद्धिसागर,पूर्वोक्त-भाग २, लेखाङ्क २९७ खंभात १६८. १६४६ मार्गशिर सुदि... शुक्रवार शीतलनाथ की की चौबीसी प्रतिमा का लेख शीतलनाथ जिना० जैसलमेर नाहर, पूर्वोक्त-भाग ३, लेखाङ्क २४३१ गुणसागरसूरि के पट्टधर शांतिसूरि धर्मप्रभसूरि www.jainelibrary.org १६९. १७७८ प्रेमचन्दमोदी की टोंक, शत्रुजय वही,भाग १,लेखाङ्क ६९५

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