Book Title: Sramana 1997 01
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 105
________________ Jain Education International १०२ : ५. १४८४ वैशाख सुदि ८ शुक्रवार धर्मप्रभसूरि के पट्टधर धर्मशेखरसूरि मुनि विशालविजय-पूर्वोक्त, लेखाङ्क १०९ " लोढ़ा,पूर्वोक्त-लेखाङ्क२३० माघ सुदि १० शनिवार माघ सुदि १० शनिवार श्रमण/जनवरी-मार्च/१९९७ ७. For Private & Personal Use Only १४८७ वही, लेखाङ्क ३१६ धर्मशेखरसूरि के पट्टधर । देवचन्द्रसूरि धर्मशेखरसूरि शांतिनाथ की शामलापार्श्वनाथ धातु की पंच- जिनालय, तीर्थी प्रतिमा बंबावालीशेरी, का लेख राधनपुर विमलनाथ चैत्य, देसाई शेरी, थराद देवकुलिका के जीरावलातीर्थ, के स्तम्भ पर चैत्यदेवकुलिका, उत्कीर्ण लेख थराद विमलनाथ की वीरचैत्यान्तर्गत धातु की चौबीसी आदिनाथ चैत्य, प्रतिमा पर उत्कीर्ण थराद लेख शांतिनाथ की आदिनाथ जिना०, धातु-प्रतिमा का जामनगर लेख ८. १४८८ ज्येष्ठ सुदि ३ सोमवार वही, लेखाङ्क ५८ ९. १४८९ " www.jainelibrary.org ज्येष्ठ सुदि १२ शनिवार विजयधर्मसूरि, पूर्वोक्त - लेखाङ्क १४६

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