Book Title: Sramana 1997 01
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 99
________________ १२ Jain Education International ९६ : १५३. १५५४ ४ वैशाख सुदि १२ वीरप्रभसूरि रविवार आचार्य की प्रतिमा पर उत्कीर्ण लेख वीर जिनालय, अजारी आबू,भाग-५,लेखाङ्क४३२ १५४. १५५४ फाल्गुन सुदि २ शुक्रवार गुणसागरसूरि के पट्टधर शांतिप्रभसूरि शंखेश्वरपार्श्वनाथ- देरासर, भरुच मुनि बुद्धिसागर-पूर्वोक्त-भाग २, लेखाङ्क ३४० शीतलनाथ की धातु की पंचतीर्थी प्रतिमा का लेख For Private & Personal Use Only श्रमण/जनवरी-मार्च/१९९७ १५५. १५५५ चिन्तामणि पार्श्वनाथ जिना०, राधनपुर मुनि विशालविजय,पूर्वोक्त, लेखाङ्क ३१८ कार्तिक वदि २ रत्नसागरसूरि बुधवार के पट्टधर देवचन्द्रसूरि वैशाख सुदि ११ सर्वसूरि शुक्रवार १५६. १५५६ मुनि बुद्धिसागर, पूर्वोक्त, भाग-२, लेखाङ्क ८५८ सुविधिनाथ ___मुनिसुव्रत जिना०, की धातुप्रतिमा अलिंग, खंभात का लेख शीतलनाथ की वीर जिनालय, धातुप्रतिमा का रीचीरोड, अहमदाबाद १५७. १५५७ वही,भाग-१,लेखाङ्क ९२० www.jainelibrary.org फाल्गुन सुदि २ पद्माणंदसूरि शुक्रवार लेख

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