Book Title: Sramana 1997 01
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 96
________________ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org १३५. १३६. २ १५३२ १५३४ १३७. १५३४ १३८. १५३५ १३९. १५३६ १४०. १५३६ ३ चैत्र सुदि ४ शुक्रवार माघ सुदि १३ शुक्रवार फाल्गुन सुदि ९ बुधवार ज्येष्ठ वदि १ शनिवार ४ माघ सुदि ५ रविवार चन्द्रप्रभसूरि शालि (भद्र) सूरि धर्मसुन्दरसूरि के पट्टधर धर्मसागरसूरि मार्गशिर सुदि ६ मुनिसिंधु (सिंह) शुक्रवार सूरि के पट्टधर अमरचन्द्रसूरि सोमचन्द्रसूरि के पट्टधर उदयदेवसूरि ५ शीतलनाथ की धातु की चौबीसी प्रतिमा का लेख नमिनाथ की धातु प्रतिमा का लेख वासुपूज्य की धातु की पंचतीर्थी प्रतिमा का लेख विमलनाथ की - प्रतिमा धातु-प्र का लेख शांतिनाथ की धातु प्रतिमा का लेख आदिनाथ की धातु की पंचतीर्थी प्रतिमा का लेख जैन देरासर, घोघा शांतिनाथ देरा०, भिंडीबाजार, मुम्बई शामलापार्श्वनाथ जिना०, बंबा वाली शेरी, राधनपुर संभवनाथ देरासर, झवेरीवाड़, अहमदाबाद सुमतिनाथ जिना०, अजीमगंज, मुर्शिदाबाद शांतिनाथ जिना० खजूरी शेरी, राधनपुर विजयधर्मसूरि, पूर्वोक्त, लेखाङ्क ४४३ कान्तिसागर, पूर्वोक्त, लेखाङ्क २३० मुनि विशालविजय- पूर्वोक्तलेखाङ्क २८६ मुनि बुद्धिसागर, पूर्वोक्तभाग - १, लेखाङ्क ८३६ नाहर, पूर्वोक्त, भाग - १, लेखाङ्क ६ मुनि विशालविजय, पूर्वोक्त, लेखाङ्क २९७ पिप्पलगच्छ का इतिहास : ९३

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