Book Title: Sanskrit Prakrit Hindi Evam English Shabdakosh Part 02
Author(s): Udaychandra Jain
Publisher: New Bharatiya Book Corporation
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संस्कृत-प्राकृत-हिन्दी एवं अंग्रेजी शब्द कोश
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नाट, णाडो, पुं० नाच, नृत्य, कर्नाटक का प्राचीन नाम; नाट्यप्रिय, णाडअप्पिअ, वि०वि०शिव;anepithet dance, a name of Karnataka.
of Siva. नाटक, णाडगं, पुं० नर्तक [नाटयतीति] अभिनेता;
नाट्यशास्त्र, णाडअ-सत्थं, न० भरतकृत ग्रंथ; a dancer, actor, -कम्, णाडगं, न० खेल,
work of Bharata on dramaturgy. ड्रामा (= दृश्यकाव्य में अभिनय); typical नाट्यशाला, णाडअ-साला, स्त्री० रङ्गभवन, form of drama, dramā
नाट्यभवन, प्रेक्षागृह; room or a hall for नाटकाभिनयप्रेक्षा, णाडगाहिणयप्पेहा, स्त्री० नाटक
dramatic performances. देखने का शौक; fondness for seeing नाट्याचार्य, णाडगाइरिओ, पुं० अभिनय कला के dramātic performances.
शिक्षक, नृत्य के प्रमुख chife of Drama. नाटकीय, णाडइज्ज, वि० त्रि० नाटक संबंधी%3B
teachers of dramatic art and belonging to drama. -या, णाडरज्जा,
dancing. स्त्री० नर्तकी; a female dancer.
नाडिक, णाडिगो, पुं० समय का परिणाम-विशेष; नाटार, णाडारो, पुं० अभिनेत्री या नटी का बेटा; son
measure of time, half an hour. of an actress.
नाडिंधम, णाडिंधम, [Vध्मा] वि. त्रि० नली धौंकने नाटिका, णाडिगा, स्त्री० चार अङ्कों का नाटक; a
वाला, सुनार आदि, नसों या पुट्ठों को फुला देने play with four acts. चतुरङ्का तु नाटिका
वाला (मार्ग); one who blows pipe जैसे रत्नावली प्राकृत में सहक चार जवनि का
(goldsmith), causing pain in the युक्त होता है।
veins or intestines (way). नाट्य, णाड,[ नट्] न० नृत्य, नाट्यकला, नाटक; नाडिंधय, णाडिंधअ, [Vधे, पाने] वि० त्रि० नली में dancing dramatic performance,
से पीने वाला; sucking througha tube. drama.
नाडी, णाडी, स्त्री० नली, रस्सी, पाइप, नस, शिरा, नाट्यधर्म, णाडअ-धम्मो, पुं० नाटकीय नियम;
समय का माप-विशेष, a tube, rope, vein, _dramatic rules [Dasa I.122].
measure of time. नाट्यधर्मिन्, णाडअ-धम्मि, पुं० रंगमंच नाट्यशास्त्र
नाडीव्रण, णाडीवणो, पुं० नासूर; ulcer, fistula. के अनुसार रंगमंच के दो प्रकार होते हैं - 1.
नाणक, णाणगं, न० मुद्रादि-चिह्नित निष्कादि, एक नाट्यधर्मी, 2. लोकधर्मी। जिसमें नाट्यशास्त्र में कहे गए ढंग से रंगमंच पर दृश्य का वही
मुद्रा, रत्न; a coin, anything stamped
with an impression, an ancient वातावरण प्रस्तुत किया जाता है, उसे नाट्यधर्मी
coin, jewel. नाणकमोषिन् चोर; thief. कहते हैं। पर जिसमें सादा वातावरण रहता है
नातिदूर, णाइदूर, -म् क्रिवि० समीप; not very पर मुद्राओं से यह अभिनय से वास्तविक दृश्य
far, near or close. का बोध कराया जाता है वह ग्राम्यधर्मी होता है।
नातिप्रतीत, णाइप्पइअ, वि० त्रि० नातिहृषित; not जैसे स्वांग या नुक्कड़ नाटकों में रहता है;
overjoyed. according to dramaturgical rules,
नातिमानिता,णाइ-माणिआ,स्त्री० बहुत अधिक मानी there are tow types of stage or acting. In which dramaturgical
न होना; having not much pride. rules are strictly followed in order नात्र, णाउ, पुं० शिव, मुनि; Siva, sage. to present actual scene on the Vनाथ, णाह, सक० [याञ्चौपतापैश्वर्याशीःषु, नाथति, stage. In which the idea of scene is
-ते, नाथित] प्रार्थना करते हुए पास आना, conveyed with the help of postures
मांगना, चाहना, शक्त होना, दुःख देना, नष्ट and gesticulations.
करना; to turn with a prayer, ask,
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