Book Title: Rajendrasuri Janma Sardh Shatabdi Granth
Author(s): Premsinh Rathod
Publisher: Rajendrasuri Jain Navyuvak Parishad Mohankheda
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बैंगलोर १ अगस्त, ७७
मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई कि परम पूज्य गुरुदेव श्रीमद् विजय राजेन्द्र सूरीश्वरजी म. सा. के जन्म के १५० वर्ष पूर्ण होने के इस अवसर पर राजेन्द्र-ज्योति' ग्रंथ का प्रकाशन करने का निश्चय किया गया है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि उक्त ग्रंथ में जैन धर्म के सिद्धान्तों से संबंधित विपुल सामग्री का समावेश होगा।
मैं प्रकाशन की सफलता के लिए अपनी हार्दिक शुभकामनाएँ प्रकट करता हूँ।
-सी. बी. भगत (महामंत्री)
सिरोही (राज.) दिनांक ५-८-७७
आप 'राजेन्द्र-ज्योति' ग्रंथ प्रकाशित कर रहे हैं, यह एक सराहनीय कदम है ।
-पुखराज सिंघी (एडवोकेट)
कठोतिया भवन, सब्जी मण्डी
दिल्ली दिनांक १६-९-७७
प्रसिद्ध जैनाचार्य श्रीमद् विजय राजेन्द्र सूरीश्वरजी महाराज की स्मृति में 'राजेन्द्र-ज्योति' के प्रकाशन का स्वागत करता हूँ।
-मोहनलाल कठोतिया
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राजेन्द्र-ज्योति
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